sidh kunjika Secrets
Those that go through Devi Mahatmya with no this prayer of Kunjika will never reach the forest of perfection as they will weep by itself without a single to shield or guard them.
"Inside the space which considered creates all around alone there is absolutely no like. This Area divides male from person, and in it is all of the turning into, the battle of life, the agony and panic. Meditation could be the ending of the Room, the ending from the me. Then relationship has pretty a unique which means, for in that House which is not produced by believed, one other will not exist, for you don't exist. Meditation then is not the pursuit of some eyesight, however sanctified by tradition. Rather it's the endless Place where considered can not enter. To us, the minimal Room produced by considered close to alone, which can be the me, is amazingly important, for That is all the thoughts is familiar with, figuring out by itself with every thing that is definitely in that space.
किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति त्रयोदशोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति चतुर्थोऽध्यायः
दकारादि श्री दुर्गा सहस्र नाम स्तोत्रम्
श्री दुर्गा अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति त्रयोदशोऽध्यायः
यस्तु कुंजिकया देवि हीनां सप्तशतीं पठेत् ।
अगर किसी विशेष मनोकामना पूर्ति के लिए सिद्ध कुंजिका स्तोत्र कर रहे हैं तो हाथ में जल, फूल और अक्षत लेकर जितने पाठ एक दिन में कर सकते हैं उसका संकल्प लें.
नमस्ते रुद्ररूपिण्यै नमस्ते मधुमर्दिनि।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति दशमोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति एकादशोऽध्यायः
सिद्ध कुंजिका read more स्तोत्र का पाठ परम कल्याणकारी है। सिद्ध कुंजिका स्तोत्र आपके जीवन की समस्याओं और विघ्नों को दूर करने के लिए एक शक्तिशाली उपाय है। मां दुर्गा के इस स्तोत्र का जो मनुष्य विषम परिस्थितियों में वाचन करता है, उसके समस्त कष्टों का अंत होता है। प्रस्तुत है श्रीरुद्रयामल के गौरीतंत्र में वर्णित सिद्ध कुंजिका स्तोत्र। सिद्ध कुंजिका स्तोत्र के लाभ